तांबे के बर्तन में पानी पीना अच्छा क्यों है?
आयुर्वेद के अनुसार, तांबे के बर्तन में संग्रहीत पानी में आपके
शरीर में तीन दोषों (वात, कफ और पित्त) को संतुलित
करने की क्षमता होती है और यह ऐसा सकारात्मक
पानी चार्ज करके करता है। तांबे के बर्तन में
जमा पानी 'तमारा जल' के रूप में भी जाना जाता है और
तांबे के बर्तन में कम से कम 8 घंटे तक रखा हुआ
पानी ही लाभकारी होता है।
जब पानी तांबे के बर्तन में संग्रहित किया जाता है तब
तांबा धीरे से पानी में मिलकर उसे सकारात्मक गुण प्रदान
करता है। इस पानी के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि यह
कभी भी बासी (बेस्वाद) नहीं होता और इसे लंबी अवधि तक
संग्रहित किया जा सकता है।
बैक्टीरिया समाप्त करने में मददगार
तांबे को प्रकृति में ओलीगोडिनेमिक के रूप में
(बैक्टीरिया पर धातुओं की स्टरलाइज प्रभाव)
जाना जाता है और इसमें रखे पानी के सेवन से
बैक्टीरिया को आसानी से नष्ट
किया जा सकता है। तांबा आम जल जनित रोग जैसे
डायरिया, दस्त और पीलिया को रोकने में मददगार
माना जाता है। जिन देशों में
अच्छी स्वच्छता प्रणाली नहीं है उन देशों में
तांबा पानी की सफाई के लिए सबसे सस्ते समाधान
के रूप में पेश आता है।