
क्या आपने कभी सोचा है कि जब आप किसी शोरगुल वाले स्थान पर होते हैं। तब आप सिर्फ उसी व्यक्ति की बात क्यों सुन पाते हैं, जो आपके सामने है या जिसे आप सुनना चाहते हैं। बाकी लोगों की आवाज पर आपका ध्यान क्यों नहीं जाता।
ऐसा हमारे मस्तिष्क में मौजूद सामाजिक और पैतृक संबधों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले 'प्रेम हॉर्मोन' के कारण ऐसा होता है, जिसे ऑक्सीटोसिन कहते हैं।
अनुसंधानकर्ताओं
ने बताया है कि ऑक्सीटोसिन किस तरह एक न्यूरो हॉर्मोन
की तरह काम करते हुए न केवल हमारे दिमाग से पीछे के शोर
को कम कर देता है, बल्कि वांछित संकेतकों को प्रबल बना देता है।
एनवाईयू लैंगोन मेडिकल सेंटर के न्यूरोसाइंस इंस्टीट्यूट के निदेश रिचर्ड डब्ल्यू सीन ने...