
रात मेँ सोते समय सपनेदेखना एक आम बात है।हम सब कुछ हसीन सपनेदेखते हैँ लेकिन कभी-कभीसपने हमेँ अच्छा-खासा डराभी देते हैँ।विशेषज्ञोँ के दावे को सहीमाने तो सपनोँ की दुनियामेँ भी महिलाओँ के साथभेदभाव होता है। एक रिसर्च के मुताबिक पुरूषोँके मुकाबले महिलाओँ कोज्यादा डरावने सपनेदिखाई देते हैँ।शोधकर्ताओँ का कहना हैकि रात को सोते वक्त महिलाओँ को आने वालेसपने मेँ हार्मोन महत्वपूर्णभूमिका निभाता है। शोध से यह तथ्य सामने आयाहै कि सपने के विषय तयकरने मेँ महिलाओँ के हार्मोन चक्र की भूमिका होती है। माहवारी से पहलेमहिलाएं ज्यादा भावनात्मकऔर डरावने सपने देखती हैँमहावारी की वजह से शरीर के तापमान मेँ आया अंतर सपनो की जड़ है।शोधदल की प्रमुख डाँक्टरजेन्नी पार्कर का...