मंगलवार, 13 सितंबर 2011

जीभ से जाने अपने स्वास्थ्य के बारे मेँ

जब भी आप डाँक्टर केपास जाते हैँ, तो वह टाँर्चकी मदद से आपकी जीभजरूर चेक करता है। कुछलोगोँ को भले ही यहअजीब लगता हो, लेकिनसच्चाई यह है कि इस तरहसे बड़ी-बड़ी बीमारियाँ पकड़ मेँ आ जाती हैँ।दरअसल, जीभ मेँ होने वालेबदलाव कई बीमारियोँ को समय पर पकड़ने मेँ मददकरते हैँ। जाहिर है, इस तरह ये बीमारियाँ गंभीररूप लेने से बच जाती हैँ।छाले होना :- जीभ पर छोटे व दर्द करनेवाले छाले एक आमसमस्या है । इनकी वजहस्ट्रेस, टेँशन, और हाँर्मोनलबदलाव हो सकती है ।हालांकि ये किसी खासबीमारी के लक्षण नहीँ होते और कुछ ही दिनोँ मेँ ठीकहो जाते हैँ । वहीँ , कुछखास तरह के छाले बाँडी मेँएलर्जी रिएक्शन, वायरसइंफेक्शन और इम्यूनडिसऑर्डर की ओर इशाराकरतेँ हैँ और जीभ की एकसाइड पर दर्द करने...

मंगलवार, 6 सितंबर 2011

सिर के गंजेपन के लिए अनुभूत प्रयोग

दूब घास(Cynodondactylon) के पंचाग (फल, फूल, जड़, तना, पत्ती) तथाकनेर के पत्तोँ को पीस कर कपड़े मेँ रखकर रस निकालेँऔर सिर के गंजे स्थान पर लगायेँ तो सिर्फ 15 दिनोँ मेँही उस स्थान पर नये बालदिखाई देने शुरू हो जाते हैँ।तथा पूरे सिर मेँ तेल की तरह इस रस का प्रयोग करेँतब सफेद बाल काले होनेलगते हैँ ।-: MY OTHER BLOGS :- SANSAR(Ghazals) प्रेरक-विचार बचत और निवेश...

शनिवार, 3 सितंबर 2011

शादी के बाद बनती है अच्छी सेहत

हर किसी के जीवन में एक न एक दिन ऐसा पल आता है जब वह शादी के बंधन में बंधता है। हालांकि किसी के जीवन में ये पल जल्दी आता है, तो किसी के जीवन में देर में। आप शादी के बंधन में बंधने के बाद कई अच्छी बुरी परिस्थितियों से गुजरते हैं। शोधों से भी यह बात स्पष्ट हो चुकी है कि शादी का बंधन पुरूषों को तंदरूस्त‍ बनाता है और महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्‍य को बेहतर बनाता है। हालांकि देर से शादी करने में भी कोई बुराई नहीं। आइए जानें शादी से सेहत कैसे बनती है। > जाहिर सी बात है कि यदि कोई आपकी सही देखभाल और अतिरिक्त केयर करने वाला मिलेगा तो आप निश्चिततौर पर स्वस्थ होंगे। > शादी का बंधन ऐसा तोहफा है जिससे आपका साथी न सिर्फ आपको...

शुक्रवार, 19 अगस्त 2011

कैफीन सनस्क्रीन करेगा अब स्किन कैँसर और झुरियोँ से हिफाजत

अब स्किन कैँसर और चेहरे की झुरियोँ को बाय-बाय कहने का वक्त आ गया है । वैज्ञानिकोँ ने एक ऐसा सनस्क्रीन बनाने का दावा किया है जो स्किन कैँसर और चेहरे की झुरियोँ से हिफाजत करेगा । काँफी मेँ मौजूद कैफीन स्किन को बिना नुकसान पहुँचाए अल्ट्रा वायलेट किरणोँ से क्षतिग्रस्त कोशिकाओँ को मारने मेँ मददगार होता है । अब कैफीन को सनस्क्रीन लोशन बनाने मेँ इस्तेमाल किया जाएगा । अध्ययन के मुताबिक स्किन मेँ एटीआर नामका प्रोटीन पाया जाता है , जिसमेँ छेड़छाड़ कर कैफीन त्वचा की रक्षा करता है । -: MY OTHER BLOGS :- > SANSAR(Ghazals) > प्रेरक-विचार > बचत और निवेश ...

गुरुवार, 18 अगस्त 2011

लहसुन एक चमत्कारी औषधि

लहसुन एक दिव्य औषधि है । यह हाजमा ठीक करने के साथ ही गैस को दूर करता है। > लहसुन मेँ एंटीसेप्टिक और एंटीबायोटिक का गुण भी पाया जाता है। यह टीबी के कीटाणुओँ को नष्ट कर देता है। > दिल के लिए टाँनिक होने के साथ ही यह खराब कोलेस्ट्राल को कम करता है। > इसे पीसकर शहद के साथ खाने से नर्वस सिस्टम ठीक रहता है। > लहसुन का रस शहद के साथ मिलाकर खायेँ तो खाँसी दूर भाग जायेगी। > यदि नीँद न आये तो इसके दो या तीन जवे खाने से फायदा मिलेगा। > लहसुन दमा के इलाज मेँ काफी कारगर होता है। 50ml. दूध मेँ लहसुन के पाँच जवोँ को ऊबालकर सेवन करने से दमे की शुरूआती अवस्था मेँ अच्छा फायदा करता है। > यह आँतोँ से चिपके मल को भी बाहर निकाल देता है और कब्ज से मुक्ति दिलाता है। > यह जोड़ोँ के दर्द या गठिया मेँ रामबाण है तथा जोड़ोँ की सूजन को नष्ट करता है। > यह शरीर मेँ रक्त...

बुधवार, 17 अगस्त 2011

ग्वारपाठा(घृतकुमारी) पेट तथा स्किन के लिए रामबाण

ग्वारपाठा या घृतकुमारी(एलोवेरा) को 20gm. मात्रा मेँ लेकर 20ml. पानी के साथ मिक्सी मेँ जूस बनाकर रख लेँ। इसी तरह रोजाना ताजा जूस बनायेँ। सेवन मात्रा :- 20ml. सुबह खाली पेट और 20ml. रात को सोते समय। उपयोग :- आँतोँ की सूजन, अपेँडिक्स, खूनी एवं बादी बवासीर, कब्ज, फोड़े-फुंसी, कील-मुहासे, पित्त और कफ की बीमारी । एक सप्ताह मेँ ही इन समस्याओँ मेँ आराम आने लगता है । -: MY OTHER BLOGS :- > SANSAR (Ghazals) > प्रेरक-विचार > बचत और निवेश...

सोमवार, 15 अगस्त 2011

चाइनीज कैलेंडर कैसे काम करता है

चाइनीज गर्भावस्था कैलेंडर को बहुत ही ऐतिहासिक माना जाता है और यह लगभग 700 साल पुराना भी माना जा रहा है । हर गर्भवती महिला में इस बात को लेकर भी उत्साह रहता है कि उसका होने वाला बच्चा लड़का होगा या लड़की। आज चीनी कैलेंडर का प्रयोग होने वाले बच्चें का लिंग पता करने में किया जा रहा है। चाइनीज कैलेंडर में यह बात ध्यान में रखी जाती है कि गर्भधारण के दौरान मां की लूनर एज क्या थी । होने वाले बच्चे के लिंग का पता करने के लिए यह बहुत ही जानी मानी पद्धति है। चीनी कैलेंडर के बारे में ऐसा कहा जाता है कि सबसे पहले बेजिंग में स्थित विज्ञान संस्थान में इसकी खोज हुई। कुछ लोगों का कहना है कि यह चार्ट पेकिंग के पास टांब में मिला और अब...

शुक्रवार, 5 अगस्त 2011

दिल का अब कुछ नहीँ बिगाड़ेगा दौरा

दिल के दौरे या स्ट्रोक से दिलोदिमाग के टिश्यु को होने वाले नुकसान को अब काफी हद तक रोका जा सकेगा । Scientists ने ऐसी दवा खोजने का दावा किया है , जिसे समय रहते देने पर टिश्यु को होने वाले नुकसान को 60 प्रतिशत तक रोका जा सकेगा । इस दवा का इस्तेमाल ऐसी सर्जरी के दौरान भी किया जा सकेगा, जिसमेँ टिश्युज को ज्यादा नुकसान हो सकता है । दिल का दौरा या स्ट्रोक पड़ने पर दिल या दिमाग के टिश्युज को आँक्सीजन और पोषक तत्वोँ की सप्लाई रूक जाती है । इससे टिश्युज क्षतिग्रस्त होने लगते हैँ । इन पर कहर तब टूटता है , जब दवाओँ आदि के जरिए खून की सप्लाई को बहाल किया जाता है । इसके बहाल होते ही शरीर की प्रतिरक्षण प्रणाली इन क्षतिग्रस्त टिश्युज को 'दुश्मन' मानते हुए...

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