बुधवार, 29 दिसंबर 2010

बांझपन ( इनफर्टिलिटी ) की बंदिश अब नही रहेगी

फैलोपियन टयूब के विकारग्रस्त होने से निःसंतान होना एक व्यक्तिगत समस्या है , किन्तु जिसके जीवन मेँ यह होती वह मानसिक और सामाजिक रूप से टूट जाता है । एक अनुमान के अनुसार दस मेँ से एक दंपति इस समस्या से ग्रस्त हैं । इस प्रकार के बांझपन (इनफर्टिलिटी) के लिए मोटे तौर पर एक तिहाई मामलोँ मेँ महिलाएँ , एक तिहाई मेँ पुरूष और शेष मेँ दोनोँ जिम्मेदार हो सकते हैँ । जहाँ तक महिलाओँ की बात है तो उनमेँ बांझपन का एक प्रमुख कारण फैलोपियन टयूब की गड़बड़ी है । 25 से 30 प्रतिशत महिलाओँ मेँ बांझपन का कारण फैलोपियन टयूब का अवरूद्ध (ब्लाँक्ड) होना या उसमे किसी प्रकार का विकार का पाया जाना है । जहाँ तक गर्भ ठहरने की बात है तो महिलाओँ मेँ ओवरी ( Overy) से अंडाणु का उत्पादन होता है । ये अंडाणु फैलोपियन टयूब के रास्ते गर्भाशय मेँ जाते हैँ , जहाँ उनका मिलन शुक्राणुओँ से होता है और इसके बाद ही गर्भ ठहरता है । -: बिमारी...

बुधवार, 22 दिसंबर 2010

स्मरण शक्ति ( मैमोरी ) बढ़ाने के आसान उपाय

अक्सर लोगोँ की शिकायत होती है कि उन्हेँ बातेँ याद नहीँ रहती हैँ । मन एकाग्रचित नहीँ रहता । उम्र के साथ याददाश्त कमजोर होना आम बात है , लेकिन बच्चोँ और युवाओँ मेँ भी यह समस्या देखने को मिलती है । लेकिन अधिकतर समस्या रिकाल करने मेँ होती है क्योँकि हमारे दिमाग को रिकाल प्रोसेस के लिए जिन पोषक तत्वोँ (supplements) की आवश्यकता होती है उनकी हमारे शरीर मेँ कमी हो जाती है । अतः उन पोषक तत्वोँ की पूर्ति करने के लिए आप इन उपायोँ को आजमाँ सकते हैँ । * दिन मेँ कुछ मिनट के लिए सब कुछ भूल कर ध्यान लगाएँ । * रोज एक कप चुकंदर का जूस पियेँ । इससे मस्तिष्क संबंधी विकार दूर होते हैँ । * आठ - दस खजूर रोज दूध मेँ उबाल कर पीने से स्मरण शक्ति बढ़ती है । * सुबह खाली पेट आंवले का मुरब्बा खाएँ । कुछ देर तक ऊपर से पानी या दूध नहीँ पिएँ । * रोज दो चम्मच गेँहूँ के ज्वारे का रस पिएँ । * पीपल के पेड़ की छाल...

गुरुवार, 9 दिसंबर 2010

रीगेन हेयर ट्रीटमेँट द्धारा गिरते बालोँ पर लगाएँ विराम

युवकोँ मेँ या कम उम्र मेँ बालोँ का गिरना एक ऐसी समस्या है, जिसे वही समझ सकता है, जो इस समस्या से जूझ रहा हो।बाल गिरने की समस्या के समाधान के लिए अनेक लोग कई नुस्खोँ को सुझाते हैँ, जो कि scientific नही होते, किँतु अब मान्यता प्राप्त आधुनिक "Regain hair treatment" शुरू हो चुका है। इस ट्रीटमेँट के प्रचलन मेँ आने से बालोँ के गिरने की समस्या से पीड़ित लोगोँ को काफी राहत मिली है। क्या है यह तकनीक रीगेन हेयर ट्रीटमेँट प्रत्येक व्यक्ति के लिए व्यक्तिगत स्तर पर किया जाता है। इस ईलाज मेँ विभिन्न दवाओँ व अत्याधुनिक यंत्रोँ जैसे ' लेजर व डरमा रोलर' का प्रयोग किया जाता है। इस ट्रीटमेँट मेँ प्रयुक्त होने वाला लेजर विशेष रूप से विकसित किया गया है, जो केशोँ की जड़ोँ मेँ blood circulation को बढ़ा देता है। इस कारण बालोँ की जड़ेँ मजबूत होती हैँ और बाल मोटे (थिक) होते हैँ।इसी तरह डरमा रोलर एक ऐसा विशेष उपकरण है,...

गुरुवार, 2 दिसंबर 2010

कंप्यूटर से आँखोँ की सुरक्षा कैसे करेँ ?

कंप्यूटर पर ज्यादा समय तक काम करने से सबसे ज्यादा दबाव आँखोँ पर पड़ता है । इससे आँखोँ मेँ जलन, खुजली, थकान, पानी आना और लालपन जैसी समस्या आने लगती है । ऐसी तमाम समस्याओँ से बचने के लिए आँखोँ की देखभाल बहुत जरूरी है । आँखोँ का बचाव कैसे करेँ * कंप्यूटर पर लगातार काम न करेँ । हर आधे घंटे बाद ब्रेक लेँ । लंबे समय तक टीबी न देखेँ । * आँखोँ के व्यायाम करेँ । गर्दन को बिना हिलाए आँखोँ को ऊपर नीचे, दाएं बाएं और गोल घुमाएं । * विटामिन ए युक्त आहार लेँ । दूध, मक्खन, पपीता, आम, सोयाबीन, खजूर, दालेँ, गाजर, टमाटर और हरी सब्जियाँ इसका अच्छा स्त्रोत हैँ । * आँखोँ मेँ जलन या थकान लगे तो बंद आँखोँ पर गुलाब जल, कटे आलू या खीरे के गोल टुकड़ेँ रखेँ । * रूई...

बुधवार, 24 नवंबर 2010

लो ब्लड प्रेशर का इलाज खुद करेँ

इस भागमभाग और तनाव भरी जिँदगी मेँ लोगोँ मेँ ब्लड प्रेशर (रक्तचाप) की समस्या पेश आ रही हैँ।जितना घातक हाई ब्लड प्रेशर होता है उतना ही नुकसानदेह लो ब्लड प्रेशर।इस रोग के कारण रोगी के शरीर मेँ खून सँचरण गति (Blood circulation) सामान्य से कम हो जाती है। अर्थात लो ब्लड प्रेशर की स्थिति वह होती है कि जिसमेँ रक्तवाहिनियोँ मेँ खून का दबाव काफी कम हो जाता है। सामान्य रूप से 90/60 mmhg को लो ब्लड प्रेशर की स्थिति माना जाता है।-: लो ब्लड प्रेशर के लक्षण :-* थकान* सुस्ती* नीँद* कमजोरी* चक्कर* सिर दर्द-: लो ब्लड प्रेशर के कारण :-* भोजन मेँ पोषक तत्वोँ की कमी* कुपोषण* खून की कमी* पेट व आँतोँ , किडनी और ब्लैडर मेँ खून का कम पहुँचना * निराशा का भाव लगातार बनेँ रहना* ज्यादा गर्म वातावरण मेँ रहना-: कैसे करेँ इलाज :-* पिए चुकंदर का जूस- लो ब्लड प्रेशर को सामान्य बनाये रखने मेँ चुकंदर का जूस काफी कारगर होता है।...

शनिवार, 13 नवंबर 2010

वायरल, डेगूँ तथा चिकुनगुनिया से बचने का तरीका तथा प्रभावी इलाज

चिकुनगुनिया, डेँगूँ तथा वायरल से सभी लोग भयभीत है क्योँकि यह बीमारियाँ बहुत ही खतरनाक रूप लेती जा रही है।चिकुनगुनिया का वायरस शरीर मेँ प्रवेश करने के बाद 2 से 4 दिन का समय फैलने मेँ लेता है। लक्षण :-  (1.) सर्दी के साथ तेज बुखार जिसमेँ शरीर का ताप 39 डिग्री सेo          या 102.96 डिग्री फारेo रहता है।  (2.) इसमेँ पहले धड़ और फिर हाथोँ तथा पैरोँ पर चकते बन जाते हैँ। (3.) माँसपेशियोँ मेँ दर्द के साथ सूजन। (4.) सिर दर्द, पेट मेँ दर्द, प्रकाश से भय लगना तथा आँखोँ मेँ दर्द होना। इसमेँ बुखार 2 से 3 दिन तक रहता है और फिर अचानक समाप्त हो जाता है। इसके उपरान्त काफी लम्बे समय तक जोड़ोँ मेँ दर्द तथा सूजन रहती हैँ। इस रोग से रोगी का पूर्णतः ठीक होना उसकी उम्र पर निर्भर करता है। जवान लोग= 5 से 15 दिन मेँ मध्य आयु वर्ग= 1 से ढाई महिने मेँ बुजुर्ग...

सोमवार, 8 नवंबर 2010

सर्दी व जुकाम का नई दवा से अब स्थायी इलाज संभव।

ठंड का मौसम शुरू होते ही सर्दी व जुकाम की समस्या आम हो जाती हैँ, लेकिन क्या आपको पता है कि अब आप इससे खुद को बचा सकते हैँ। यह संभव हो सका हैँ नई दवा की खोज से। Scientists ने शरीर मेँ मौजूद एक ऐसी महत्वपूर्ण system की खोज करने मेँ सफलता पाई है, जिससे Coldness & winter vomiting जैसी समस्याओँ से निपटने मेँ शरीर खुद सक्षम हो सकेगा। इस उल्लेखनीय खोज से जहाँ अब शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली(Immun System) को समझने मेँ मदद मिल सकेगी, वहीँ इसके माध्यम से सामान्य germs को भी दूर करने मेँ सहायता मिलेगी। Specialists ने बताया कि अगले दशक तक ऐसे पाऊडर व गोलियाँ मार्केट मेँ मिल सकेँगी, जिनके द्धारा जुकाम के दौरान होने वाली कफ, छीँक व दर्द की समस्या को नोरोवायरस के द्धारा ठीक किया जा सकेगा। Scientists के द्धारा खोजी गई इस महत्वपूर्ण दवा के द्धारा शरीर की प्राकृतिक प्रतिरक्षा क्षमता को cold virus से सुरक्षा...

शनिवार, 30 अक्टूबर 2010

पुरूष शराब की ओर अधिक आकर्षित क्योँ होते हैँ?

सामान्यतया देखा गया हैँ कि पुरूष शराब की ओर अधिक आकर्षित होते रहेँ हैँ। Scientists ने अब इस संबंध मेँ महत्वपूर्ण खोज की है। एक शोध के अनुसार पुरूषोँ मेँ बाँयोलाँजिकल विशिषता के कारण शराब के प्रति आकर्षण अधिक होता हैँ। उन्होँने पाया कि एक निश्चित अवधि मेँ बीयर और वाइन पीने वाले पुरूषोँ ने अधिक आनंद का अनुभव किया। पाया गया कि अल्कोहल लेने के बाद पुरूष का मस्तिष्क अधिक मात्रा मेँ डोपामिन पदार्थ उत्पन्न करता हैँ। डोपामिन की मात्रा दिमाग के उस हिस्से को प्रभावित करती है, जहाँ से सर्वाधिक आनंद की अनुभूति होती है। कोलम्बिया यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर डाँ. नीना अर्बन ने बताया कि पुरूषोँ के दिमाग द्धारा अधिक मात्रा मेँ डोपामिन उत्पन्न किया जाना ही अल्कोहल के प्रति पुरूषो के मजबूत संबंध को दर्शाता हैँ, क्योँकि डोपामिन ही पुरूषोँ को अधिक मात्रा मेँ शराब सेवन के लिए उकसाता है। आपके लिए अन्य लेख:- ● रोगों...

शनिवार, 23 अक्टूबर 2010

बढ़ती उम्र मेँ घटती आँखों की रोशनी को कैसे बढ़ायेँ?

विटामिन ए से युक्त दवा आपको उम्र बढ़ने के साथ होने वाली दृष्टिहीनता से बचा सकती हैं। शोधकर्ताओं के मुताबिक यह दवा बुढापे में होने वाली दृष्टिहीनता के सबसे सामान्य कारणों को दूर करती है। शोधकर्ताओ द्वारा प्रस्तुत नई दवा "फेनरीटिनाइड" उम्र बढ़ने के साथ मांसपेशियों में होने वाली क्षति को रोकती है। इसे रोकने के लिए अब तक कोई इलाज उपलब्ध नहीं था। यह दवा रेटिना के उस हिस्से की कोशिकाओं की क्षति और मृत्यु को रोकती हैं जो सामने की ओर सीधी दृष्टि के लिए आवश्यक होती है। पहले रेटिना की ये कोशिकाएं नष्ट हो जाने से दृष्टि के बीचों-बीच एक काला धब्बा बना दिखाई देता था। इस बजह से लोगों को रोजमर्रा के कामों जैसे पढ़ने, वाहन चलाने या टेलीविजन देखने में परेशानी होती है। अमेरिकी शोधकर्ताओं ने विटामिन ए से निकाले गए "फेनरीटिनाइड" का अध्ययन किया था। यह विटामिन गाजर में पाया जाता है और मुख्य रुप से गठिया की...

मंगलवार, 19 अक्टूबर 2010

बैक्टीरिया करेँगे अब वायरस का सफाया

दही मेँ पाये जाने वाले बैक्टीरिया को Scientists ने 'चांदी की बुलेट' मेँ तब्दील कर दिया है। Scientists का दावा हैँ कि चांदी के ये बुलेट फ्लू और ठंड से लड़ेगेँ और वायरस का सफाया करेँगे। Scientists ने पाया कि चांदी कि पतली परतोँ पर नुकसान नहीँ पहुँचाने वाले इन बैक्टीरिया को लगाने से उनमेँ वायरस को खत्म करने की मारक शक्ति आ जाती हैँ। Scientist ने चांदी मेँ पिरोय गए इन बैक्टीरिया को नोरोवायरस के खिलाफ लगाया और पाया कि ये बैक्टीरिया उन्हेँ प्रभावहीन कर देते हैँ। नोरोवायरस दुनिया भर मेँ होने वाले आँत्रशोथो (Enteritis) के 90% मामलोँ के लिए जिम्मेदार होते है। अनुसंधानकर्ताओँ का मानना है कि इसी तकनीक से अब इन्फ्लूएन्जा और सर्दी पैदा करने वाले अन्य वायरस का भी खात्मा किया जा सकेगा । -: MY OTHER BLOGS :- > SANSAR(Ghazals) > प्रेरक-विचार > बचत और निवेश...

रविवार, 10 अक्टूबर 2010

एलोवेरा ( ग्वारपाठा )मेँ स्वास्थ्य का खजाना

एलोवेरा अपने असंख्य औषधिय गुणोँ और अच्छे स्वाद के कारण तेजी से लोकप्रिय हो रहा हैँ। प्रमुख्यतः इसका जूस काफी लोकप्रिय हैँ और इसके जूस को एक बर्ष तक सुरक्षित रखा जा सकता है। एलोवेरा मेँ 75 पोषक तत्व तथा 200 सक्रिय कम्पाऊण्ड पाये जाते हैँ जिनमेँ 20 खनिज तत्व, 18 अमिनो एसिड तथा 12 विटामिन्स मुख्यतः हैँ। इसके अलावा कई अन्य अनजाने यौगिक तत्व भी इसमेँ पाये जाते हैँ। इसके पत्तोँ से रस निकालकर या इसका रस जिसे एलो जैल कहा जाता हैँ। बाजार से खरीद कर पिया जा सकता हैँ। इसके रस को उपलब्ध तमाम स्वास्थ्यवर्धक पौष्टिक पूरकोँ मेँ से सर्वश्रेष्ट पूरक माना जाता हैँ। प्राकृतिक उत्पाद होने के कारण न तो इसका कोई साइड इफैक्ट होता हैँ और न ही इसके प्रयोग से कोई व्यक्ति इसका आदी होता हैँ बल्कि यह जैविक रूप से शरीर के लिए एकदम उपयुक्त होता है। इसके रस के सेवन से जहाँ बीमार व्यक्ति अपना स्वास्थ्य ठीक कर सकता...

गुरुवार, 7 अक्टूबर 2010

क्या आप जानते हैँ कि बच्चोँ मेँ आँखोँ का खतरा ज्यादा होता हैँ?

आमतौर पर कोई भी सामान्य बच्चा पूरे साल मेँ किसी वयस्क के मुकाबले 3 गुना अधिक अल्ट्रा वाँयलेट किरणोँ को ग्रहण करता हैँ। एक व्यक्ति जीवनभर मेँ जितना अल्ट्रा वाँयलेट किरणोँ के प्रभाव को ग्रहण करता हैँ , उसका 80 प्रतिशत वह 18 साल तक झेल लेता हैँ। विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार दुनियाभर मेँ हर साल होने वाली दृष्टिहीनता मेँ 1 करोड़ 70 लाख मोतियाबिँद के कारण होती हैँ। तेज रोशनी दृष्टि को खराब करती है। ऐसे मेँ बच्चे की आँखोँ को सुरक्षा देने का प्रयास करेँ। इसके लिए बच्चोँ के चश्मेँ मेँ फोटोक्रोमिक लैँस का प्रयोग करना एक बेहतर विकल्प हैँ। -: MY OTHER BLOGS :- > SANSAR(Ghazals) > प्रेरक-विचार > बचत और निवेश...

बुधवार, 22 सितंबर 2010

क्या आप जानती हैँ कि आपके लिए ज्यादा प्रोटीनयुक्त भोजन हानिकारक हो सकता हैँ ?

संतुलित भोजन का एक अहम घटक माना जाने वाला प्रोटीन (protein) , ज्यादा मात्रा मेँ सेवन करने पर महिलाओँ के लिए मुसीबत बन सकता हैँ। Specialists का मानना हैँ कि महिलाओँ मेँ protein की ज्यादा मात्रा calcium की कमी का कारण बन सकती है। दूसरी ओर specialist इस बात पर जोर देते हैँ कि Iron और calcium महिलाओँ के लिए सबसे ज्यादा जरूरी हैं क्योँकि इनसे उनके शरीर की मूलभूत आवश्यकतायेँ पूरी होती हैँ। स्त्री रोग specialist डाँ. मालती जोशी कहती हैँ , " हर उम्र की महिलाओँ के लिए अलग-अलग पोषक तत्व जरूरी होते हैँ। हालांकि Iron और calcium हर उम्र की महिलाओँ के लिए आवश्यक हैँ।" उन्होँने बताया कि आम धारणा के विपरीत महिलाओँ को ऐसा भोजन ज्यादा नहीँ लेना चाहिए , जिसमेँ बहुत मात्रा मेँ protein हो। High protein diet महिलाओँ मेँ calcium को नष्ट करती है , जो बाद मेँ Osteoporosis (हड्डियोँ का कमजोर होना ) का कारण बन सकती...

मंगलवार, 7 सितंबर 2010

क्या आप जानते हैँ कि बेटी पैदा करने की ख्वाहिश कैसे पूरी हो सकती हैँ?

अगर आप संतान के रुप मेँ बेटी चाहती हैँ तो एक  study के अनुसार आप केले खाना बन्द करने  के साथ- साथ नमक का सेवन भी कम करेँ और नियमित रुप से यौन सम्बन्ध बनाएं।  Scientists ने एक study मेँ पाया कि सही खान-पान तथा यौन सम्बन्ध का समय बच्चे के लड़का  या लड़की होने (Sex-determination) के लिहाज से काफी अहमियत रखता है।  बेटी की चाहत रखने वाली महिलाओँ को calcium  तथा magnesium युक्त चीजेँ खानी चाहिये। जैसेकि :- दही, सख्त पनीर, डिब्बाबंद सल्मोन,रुबार्ब, पालक, टोफू, बादाम, दलिया, फूल गोभी, संतरे, काजू, गेहूँ की बाली, अंजीर तथा सेम आदि। बेटी कि चाहत रखने वाली महिलाओँ को sodium तथा potasium की अधिकता वाले food products के सेवन से बचना चाहिये। जैसेकि :- जैतून, सुअर का माँस, आग पर भूनी गई सल्मोन मछली, खुश्बूदार चावल, आलू तथा पेस्ट्री आदि। इसके अलावा scientists...

शनिवार, 21 अगस्त 2010

Do you know how good sleep comes?

You will want know how some people take sleep interesting are in the midst of noise, while some are, whose sleep open to even the slightest sound. कुछ लोगोँ की नीँद कभी पूरी नहीँ हो पाती है तो कुछ लोग किसी भी माहौल मेँ डट कर सो लेते हैँ। It's never completely fade of people'sleep something, some people get sleep in any environment. So now to know that cause is the sweet sleep. There are researcher concluded that part of the brain is responsible Thalamas. यह भाग नीँद के दौरान शोर को बाधित कर देता है, जिससे लोगोँ को आसपास हो रहे शोर का पता ही नहीँ चलता। This section blocks the noise during the sleep, the noise of the people do not know It's going to be around. मुख्य शोधकर्ता जेफ्रे एलेनबोगन ने कहा कि दिमाग का यह हिस्सा आवाज पर प्रतिक्रिया देने वाले इलाकोँ तक शोर संबंधी सूचनाएं नहीँ पहुँचने...

रविवार, 1 अगस्त 2010

अपने कैरियर के विषय मेँ जानेँ

इंटरव्यू , टेस्ट और कैरियर काउंसलिँग के आलावा अपने आइडियल जाँब या कैरियर की दिशा जानने के लिए अब आपके पास दिमाग की स्कैनिँग एक अच्छा विकल्प हो सकता है। - व्यक्ति की कमजोरी और स्ट्रेँथ दोनो के लिए ही मस्तिष्क की बनावट जिम्मेदार होती है। हाल ही मेँ प्रोफेसर रिचर्ड हैयर की रिसर्च ने यह साबित कर दिया है कि हमारे दिमाग का ग्रे पार्ट (Grey metter) गणना ( calculation) करने के लिए प्रयोग मेँ आता है और सफेद पार्ट (White metter) कम्यूनिकेशन मेँ काम आता है।(1.) ग्रे पार्ट दिमाग के जिस हिस्से मेँ होता है , उसकी मैपिँग करने से यह भी पता चल जाता है कि व्यक्ति अंको के विषय को सीखने और समझने मेँ कितना अच्छा रहेगा। अतः जो व्यक्ति तर्क-वितर्क और मेमोरी टेस्ट मेँ अच्छे होते हैँ , उनके दिमाग मेँ ग्रे मेटर अधिक होता है। (2.) सफेद पार्ट (White metter) दिमाग के जिस हिस्से मेँ होता है उसकी मैपिँग करने से व्यक्ति...

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