कैँसर का टीका तैयार कर रहे Scientists ने कहा है कि अब एक ही इंजेक्शन सभी तरह के टयूमर्स को जड़ से खत्म कर देगा । यह इंजेक्शन दो साल मेँ बाजार मेँ आ जायेगा ।
योँ तो टीके के जरिये रोगोँ से बचाव किया जाता है, लेकिन टेलोवैक इंजेक्शन का इस्तेमाल इलाज के तौर पर किया जायेगा । मौजूदा दवाओँ मेँ ज्यादातर कैँसर की कोशिकाओँ पर हमला करती हैँ । लेकिन टेलोवैक इंजैक्शन टयूमर्स के खिलाफ शरीर की प्रतिरोधक क्षमता का इस्तेमाल करेगा । इससे इम्यून सिस्टम इस कदर तेज हो जाएगा कि वह टेलोमेराज नाम के एंजाइम को नष्ट कर सकेगा । यह एंजाइम कैँसर की कोशिकाओँ मेँ भारी मात्रा मेँ पाया जाता है । टेलोमेराज के कारण ही कोशिकाएं मरती नहीँ, जबकि स्वस्थ कोशिकाओँ का स्वभाव मर जाना है । कोशिकाओँ के न मरने से टयूमर का विस्तार होता जाता है ।
ब्रिटेन मेँ अपने तरह के सबसे बड़े ट्रायल मेँ पैँक्रियाटिक कैँसर के आखिरी स्टेज मेँ पहँच चुके 1000 लोगोँ पर सामान्य दवाओँ के साथ इस टीके को आजमाया गया । 53 अस्पतालोँ मेँ हुए इस ट्रायल के नतीजे अगले साल तक उपलब्ध हो पाएंगे, लेकिन रोगियोँ का कहना है कि ट्रायल मेँ शामिल होने से उन्हेँ एक-दो साल और जीने का मौका मिल गया । ट्रायल के कोआँर्डिनेटर जाँन नेपटोलमोस का कहना है कि पैँक्रियाटिक कैँसर को शरीर का इम्यून सिस्टम पहचान नहीँ पाता, लेकिन उससे टेलोमेराज का रिसाव यह टीका पहचान लेता है और इसके खिलाफ लड़ाई शुरू करा देता है ।
टेलोवैक टीके का विकास कर रही कोरियाई कंम्पनी जेमवैक्स के संस्थापक डाँ जे सांगजे किम का कहना है, दूसरे कैँसर टीकोँ की कमियोँ को यह टीका दूर कर देगा ।
-: MY OTHER BLOGS :-
> SANSAR(Ghazals)
> प्रेरक-विचार
> बचत और निवेश
योँ तो टीके के जरिये रोगोँ से बचाव किया जाता है, लेकिन टेलोवैक इंजेक्शन का इस्तेमाल इलाज के तौर पर किया जायेगा । मौजूदा दवाओँ मेँ ज्यादातर कैँसर की कोशिकाओँ पर हमला करती हैँ । लेकिन टेलोवैक इंजैक्शन टयूमर्स के खिलाफ शरीर की प्रतिरोधक क्षमता का इस्तेमाल करेगा । इससे इम्यून सिस्टम इस कदर तेज हो जाएगा कि वह टेलोमेराज नाम के एंजाइम को नष्ट कर सकेगा । यह एंजाइम कैँसर की कोशिकाओँ मेँ भारी मात्रा मेँ पाया जाता है । टेलोमेराज के कारण ही कोशिकाएं मरती नहीँ, जबकि स्वस्थ कोशिकाओँ का स्वभाव मर जाना है । कोशिकाओँ के न मरने से टयूमर का विस्तार होता जाता है ।
ब्रिटेन मेँ अपने तरह के सबसे बड़े ट्रायल मेँ पैँक्रियाटिक कैँसर के आखिरी स्टेज मेँ पहँच चुके 1000 लोगोँ पर सामान्य दवाओँ के साथ इस टीके को आजमाया गया । 53 अस्पतालोँ मेँ हुए इस ट्रायल के नतीजे अगले साल तक उपलब्ध हो पाएंगे, लेकिन रोगियोँ का कहना है कि ट्रायल मेँ शामिल होने से उन्हेँ एक-दो साल और जीने का मौका मिल गया । ट्रायल के कोआँर्डिनेटर जाँन नेपटोलमोस का कहना है कि पैँक्रियाटिक कैँसर को शरीर का इम्यून सिस्टम पहचान नहीँ पाता, लेकिन उससे टेलोमेराज का रिसाव यह टीका पहचान लेता है और इसके खिलाफ लड़ाई शुरू करा देता है ।
टेलोवैक टीके का विकास कर रही कोरियाई कंम्पनी जेमवैक्स के संस्थापक डाँ जे सांगजे किम का कहना है, दूसरे कैँसर टीकोँ की कमियोँ को यह टीका दूर कर देगा ।
-: MY OTHER BLOGS :-
> SANSAR(Ghazals)
> प्रेरक-विचार
> बचत और निवेश