गुरुवार, 13 जनवरी 2011

अब डाइटिँग बिना भी घट सकेगा वजन

डाइट मेँ बिना बदलाव किए अब एक हफ्ते मेँ 2 पाउंड वजन कम किया जा सकता है ।
एक अमेरिकी दवा कम्पनी ने दावा किया है कि विकसित की गई नई गोली जेडजीएन(ZGN)-433 मोटापा कम करने मेँ सफल है । कंपनी ने इस गोली का करीब 24 ऐसी मोटी महिलाओँ पर परीक्षण किया , जिन्होँने एक माह के भीतर हर हफ्ते अपना वजन कम किया ।
इस गोली को खाने के दौरान डाइटिँग व कसरत करने की भी जरूरत नहीँ है । यह गोली नौ माह मेँ 20 से 40 फीसदी तक वजन को कम कर देती है ।


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शनिवार, 8 जनवरी 2011

सर्दी मेँ त्वचा की खुश्की , खुजली तथा सिर की रूसी का प्रभावी इलाज

जैसा कि आप सभी जानते है की सर्दी के मौसम मेँ जब शीत लहर चलती है तो हमारी त्वचा अपनी नमी
( मायश्चर) खो देती है जिससे हमारी त्वचा खुश्क हो जाती है तथा त्वचा मेँ खुजली व जलन होने लगती है । इससे बचने के लिए हमेँ हल्के गुनगुने पानी से स्नान करना चाहिए क्योँकि ठंडे पानी से स्नान करने पर शरीर के रोम छिद्र पूरी तरह नहीँ खुल पाते हैँ जिससे त्वचा को आक्सीजन नहीँ मिल पाती है ।
अतः हल्के गुनगुने पानी से नहाने के बाद यदि ग्लिसरीन और गुलाब जल के मिश्रण की पूरे शरीर पर मालिश की जाए तो हम इस समस्या से बच सकते हैँ ।


-: मिश्रण बनाना :-


* 25 ml. ग्लिसरीन तथा 75 ml. गुलाब जल को लेकर एक साफ शीशी मेँ Mix करलेँ । इस प्रकार अब ये आपके लिए लोशन तैयार हो गया ।


-: लोशन की प्रयोग विधि :-


* हल्के गुनगुन पानी से स्नान के बाद रोएदार तौलिए से शरीर को सुखाकर इस लोशन से मालिश करिए और 48 घण्टे मेँ फायदा देखिए । लेकिन रोजाना लगाइए ।

* यदि आपके सिर मेँ रूसी है तो यह लोशन सिर की त्वचा पर भी लगाइए । सिर की रूसी के लिए ये बहुत ही effective हैँ ।


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बुधवार, 5 जनवरी 2011

भविष्य की बीमारियोँ की पहचान हुई आसान

अगर सब कुछ ठीक रहा तो वह दिन दूर नहीँ जब आपको होने वाली आनुवांशिक बीमारी का पता पहले ही चल जाएगा ।
ब्रिटेन के Scientists ने एक ऐसी नई तकनीक विकसित करने का दावा किया है,
जो किसी भी व्यक्ति के जीनोम को कुछ मिनटोँ मेँ ही तैयार कर सकता है । वह भी मौजूदा खर्चोँ की तुलना मेँ बेहद कम दामोँ पर ।


दरअसल शरीर का सारा राज जीन मेँ छुपा होता है । इसके भंडार को जीनोम कहते है । हमारा जीनोम 31 लाख अलग अलग फाँर्मूलोँ से बना है । इन्हीँ फाँर्मूलोँ मेँ छुपा है सारा राज ।

इंपीरियल काँलेज लंदन की एक टीम ने इस तकनीक का पेटेँट कराया है । इसके तहत आगामी दस साल मेँ बहुत ही तेजी से व्यावसायिक तौर पर DNA की सीक्वेँसिग की जा सकेगी ।
इससे साफ है कि इंसान के DNA को डिकोड करके यह बताया जा सकता है कि आगे वह कौन सी बीमारी का शिकार होगा ।
यह शोध नैनो जर्नल मेँ प्रकाशित हुआ है ।
शोधकर्ताओँ ने पाया कि प्रयोगशाला मेँ एक प्रक्रिया के माध्यम से ही पूरे जीनोम को सीक्वेँस किया जा सकेगा । वर्तमान मेँ इसे जटिल तरीके से छोटे छोटे टुकड़ोँ मेँ तोड़कर लंबे समय मेँ क्रमबद्ध किया जाता है ।
Scientists का कहना है कि तेजी से और कम खर्च पर होने वाले इस जीनोम सीक्वेँसिँग से लोगोँ के DNA के राज तुरंत खुल जाऐँगे और उनमेँ अल्जाइमर्स , डायबिटीज और कैंसर होने की आशंका का पता चल सकेगा ।
प्रमुख शोधकर्ता डाँ. जोशुआ ईडेल ने कहा , "वर्तमान तकनीक की तुलना मेँ यह युक्ति ज्यादा किफायती है ।"


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