संतुलित भोजन का एक अहम घटक माना जाने वाला प्रोटीन (protein) , ज्यादा मात्रा मेँ सेवन करने पर महिलाओँ के लिए मुसीबत बन सकता हैँ। Specialists का मानना हैँ कि महिलाओँ मेँ protein की ज्यादा मात्रा calcium की कमी का कारण बन सकती है।
दूसरी ओर specialist इस बात पर जोर देते हैँ कि Iron और calcium महिलाओँ के लिए सबसे ज्यादा जरूरी हैं क्योँकि इनसे उनके शरीर की मूलभूत आवश्यकतायेँ पूरी होती हैँ। स्त्री रोग specialist डाँ. मालती जोशी कहती हैँ , " हर उम्र की महिलाओँ के लिए अलग-अलग पोषक तत्व जरूरी होते हैँ। हालांकि Iron और calcium हर उम्र की महिलाओँ के लिए आवश्यक हैँ।" उन्होँने बताया कि आम धारणा के विपरीत महिलाओँ को ऐसा भोजन ज्यादा नहीँ लेना चाहिए , जिसमेँ बहुत मात्रा मेँ protein हो। High protein diet महिलाओँ मेँ calcium को नष्ट करती है , जो बाद मेँ Osteoporosis (हड्डियोँ का कमजोर होना ) का कारण बन सकती है।
हालांकि गर्भवती महिलाओँ को ज्यादा से ज्यादा प्रोटीनयुक्त भोजन लेना चाहिए क्योँकि यह उनके बच्चे के विकास के लिए बहुत आवश्यक है। एक सर्वेक्षण के अनुसार विकासशील देशोँ मेँ हर चौथी महिला एनीमिया ( खून की कमी ) की शिकार है। इस बीमारी को दूर करने के लिए specialists आमतौर पर पालक जैसी हरी सब्जियोँ , ब्रोकोली और टमाटर खाने की सलाह देते हैँ।
Specialists के अनुसार महिलाओँ मेँ आम तौर पर मासिक धर्म के बाद एनीमिया की शिकायत बढ़ जाती हैँ। महिलाओँ को इस दौरान अपने भोजन मेँ ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियोँ और दालोँ को शामिल करना चाहिए। ऐसी महिलाओँ को अपने भोजन मेँ टमाटर का जूस , संतरे का जूस और काली मिर्च को शामिल करना चाहिए ।
-: MY OTHER BLOGS :-
> SANSAR(Ghazals)
> प्रेरक-विचार
> बचत और निवेश
दूसरी ओर specialist इस बात पर जोर देते हैँ कि Iron और calcium महिलाओँ के लिए सबसे ज्यादा जरूरी हैं क्योँकि इनसे उनके शरीर की मूलभूत आवश्यकतायेँ पूरी होती हैँ। स्त्री रोग specialist डाँ. मालती जोशी कहती हैँ , " हर उम्र की महिलाओँ के लिए अलग-अलग पोषक तत्व जरूरी होते हैँ। हालांकि Iron और calcium हर उम्र की महिलाओँ के लिए आवश्यक हैँ।" उन्होँने बताया कि आम धारणा के विपरीत महिलाओँ को ऐसा भोजन ज्यादा नहीँ लेना चाहिए , जिसमेँ बहुत मात्रा मेँ protein हो। High protein diet महिलाओँ मेँ calcium को नष्ट करती है , जो बाद मेँ Osteoporosis (हड्डियोँ का कमजोर होना ) का कारण बन सकती है।
हालांकि गर्भवती महिलाओँ को ज्यादा से ज्यादा प्रोटीनयुक्त भोजन लेना चाहिए क्योँकि यह उनके बच्चे के विकास के लिए बहुत आवश्यक है। एक सर्वेक्षण के अनुसार विकासशील देशोँ मेँ हर चौथी महिला एनीमिया ( खून की कमी ) की शिकार है। इस बीमारी को दूर करने के लिए specialists आमतौर पर पालक जैसी हरी सब्जियोँ , ब्रोकोली और टमाटर खाने की सलाह देते हैँ।
Specialists के अनुसार महिलाओँ मेँ आम तौर पर मासिक धर्म के बाद एनीमिया की शिकायत बढ़ जाती हैँ। महिलाओँ को इस दौरान अपने भोजन मेँ ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियोँ और दालोँ को शामिल करना चाहिए। ऐसी महिलाओँ को अपने भोजन मेँ टमाटर का जूस , संतरे का जूस और काली मिर्च को शामिल करना चाहिए ।
-: MY OTHER BLOGS :-
> SANSAR(Ghazals)
> प्रेरक-विचार
> बचत और निवेश