गुरुवार, 18 नवंबर 2021

महिलाओं और पुरुषों में बांझपन (इनफर्टिलिटी) को ऐसे करें दूर।



 

आज के बदलते लाइफस्टाइल के कारण इंफर्टिलिटी की समस्या बहुत देखने को मिल रही है। पुरुष हो या महिला इंफर्टिलिटी के कारण पेरेंट्स बनने का सपना अधूरा रह जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं अपने खानपान में थोड़ा सा बदलाव करके आप इंफर्टिलिटी की समस्या को दूर करने की कोशिश कर सकते हैं। आज हम आपको बता रहे हैं कैसे ड्रमस्ट्रिक यानी सहजन सब्जी इंफर्टिलिटी की समस्या को दूर करने में मदद कर सकती है।


मोरिंगा(सहजन) पोषक तत्वों से भरपूर होता है ।

ड्रमस्टिक एक सुपरफूड के रूप में उपयोग किया जाता है जो पुरानी बीमारियों को दूर कर सकता है। इसमें प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सिडेंट होते हैं। इसमें कई तरह के पोषक तत्व होते हैं. जैसे- कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, प्रोटीन, विटामिन, फोलेट, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटेशियम, सोडियम और जिंक।

इंफर्टिलिटी के लिए ड्रमस्टिक(सहजन)।


ड्रमस्टिक में भरपूर मात्रा में जिंक होता है जो कि महिलाओं की इंफर्टिलिटी की समस्या को दूर करने में मदद कर सकता है। वहीं ड्रमस्टिक में मौजूद टेरिगोस्पर्मिन नामक यौगिक के कारण होती है जो शुक्राणुओं की संख्या (Sperm Count) बढ़ाने और उन्हें  गतिशीलता बनाने में मदद करता है।

रिसर्च क्या कहती है।

अमेरिकन जर्नल ऑफ न्यूरोसाइंस में प्रकाशित एक शोध में पाया गया है ड्रमस्टिक कामेच्छा बढ़ाकर और परफॉर्मेंस में सुधार करने में मदद करता है। इसके अलावा ये टेस्टोस्टेरोन के स्तर में सुधार करने, मर्दानगी बढ़ाने में भी मदद करता है. इतना ही नहीं, ड्रमस्टिक को 'इंडियन वियाग्रा' के रूप में भी जाना जाता है। ये इरेक्टाइल डिसफंक्शन और इंफर्टिलिटी जैसी समस्याओं को हल करने के लिए बेहद प्रभावी है।


गर्भावस्था और स्तनपान के लिए ड्रमस्टिक फायदेमंद है।


मोरिंगा गर्भवती महिलाओं के समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में फायदेमंद हैं. सहजन को डाइट में शामिल करने से गर्भवती महिलाओं को मॉर्निंग सिकनेस के लक्षणों का मुकाबला करने और उन्हें ऊर्जावान महसूस करने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा, ड्रमस्टिक में फोलेट की प्रचुरता स्पाइना बिफिडा (spina bifida) एक तंत्रिका ट्यूबल दोष (neural tubal defect) के जोखिम को टाल सकती है जिससे नवजात शिशु में गंभीर जन्म दोष हो सकते हैं।. इसके अलावा मोरिंगा के पत्तों का रस घी में मिलाकर प्रसव के बाद महिलाओं को दिया जाता है जिससे स्तन के दूध का स्राव बेहतर होता है।

मंगलवार, 7 जुलाई 2020

वायरस न होते तो कैसी होती दुनिया ।

इस समय पूरी दुनिया कोविड-19 महामारी की गिरफ्त में है। इसके लिए एक वायरस जिम्मेदार है, जिसे नया कोरोना वायरस या SARS CoV-2 नाम दिया गया है। इंसानियत पर कहर बरपाने वाला ये पहला वायरस नहीं है।

शुक्रवार, 12 जून 2020

स्वच्छ रक्त वाहिकाएं अच्छे स्वास्थ्य के लिए आधार हैं. ऐसा क्यों?

  •  स्वच्छ रक्त वाहिकाएं अच्छे स्वास्थ्य के लिए आधार हैं।
यह बहुत ही आसान है। शरीर में अंगों और प्रणालियों का कार्य रक्त परिसंचरण की गुणवत्ता पर निर्भर करता है।

बुधवार, 27 मई 2020

A KIDNEY (IN URETER) STONE REMOVE IN ONLY 10 DAYS

एक पुरुष पेशेंट जिसकी उम्र 20 yrs है। वह युरेटर की पथरी(Stone) से पीड़ित था। उसके बहुत तेज दर्द था तथा पेशाब में खून(Blood) भी आ रहा था।

शुक्रवार, 27 मार्च 2020

कोरोना एप के द्वारा पता लग सकेगा कोरोना का ।

CoronaVirus के खिलाफ भारत समेत पूरी दुनिया जंग लड़ रही है। इस बीच, इस महामारी से बचने के उपायों को लेकर भी जद्दोजहद जारी है।

शनिवार, 21 मार्च 2020

थर्मल स्कैनर (Thermal Scanner)


कोरोना वायरस की वजह से पूरी दुनिया में हड़कंप मचा हुआ है। चीन के वुहान शहर से फैला यह वायरस लगभग पूरी दुनिया में अपने पैर पसार चुका है।

कोरोना वायरस (Corona virus)के लक्षणों को समझें

इस वायरस के प्राथमिक लक्षण क्या हैं यह भी अब तो सभी पता चल गए होंगे |


एहतियात के तौर पर कोरोना वायरस के यह हैं लक्षण जिसे देखे और समझे।

1 -3 दिन

कोरोना वायरस के प्राथमिक पहले 1 -3 दिनों तक मामूली बुखार चढ़ना मामूली सा गले में दर्द होना यह लक्षण दिखाई देते है |

चौथा दिन

चौथे दिन से गले में दर्द महसूस होना ,व्यक्ति की आवाज बदल जाना ,शरीर का अचानक तापमान बढ़ जाना ,सिरदर्द बढ़ जाना इत्यादि लक्षण नजर आ जाते हैं |

पांचवा दिन

पहले 4 दिनों के लक्षण के बाद पांचवे दिन शरीर को थकान हो जाती है ,सर दर्द ,खाँसी बरक़रार रह जाती हैं |

छठा दिन

इस दिन बुखार 37 सेल्सियस तक बढ़ जाता हैं , जोरदार खांसी ,सांस लेने में तकलीफ और उल्टियाँ शुरू होना यह लक्षण नजर आ जाते हैं |

सातवा दिन

सातवे दिन भी तेज बुखार ,खाँसी और थूँकना बढ़ जाना ,शरीर दर्द, उल्टिया और जुलाब यह लक्षण दिखाई देते हैं |

8 -9 दिन

इन दिनों में तेज बुखार 37 -38 सेल्सियस तक ,असहनीय खाँसी और सांस लेने में कठिनाई हो जाती हैं |
इस स्थिति में अपने डॉक्टर की सलाह ले साथ ही ब्लड टेस्ट और x -ray कराकर जांच कर ले की आप covid -19 से ग्रस्त तो नहीं हैं |

शनिवार, 14 मार्च 2020

THYROID (Hypothyroidism) CURE IN 38 DAYS

एक महिला पेशेंट जिनकी उम्र लगभग 55-57 वर्ष है इनकी थाइरोइड (हाइपो थाइरोइड)का ट्रीटमेंट 13/06/2019 को प्रारम्भ किया था जिसमे इनकी रिपोर्ट में TSH का लेवल 13.3 था। इनकी फर्स्ट रिपोट निम्न प्रकार है:-

 
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