सुंदर, सुडौल और चमकीले दांत एक ओर
हमारी सुंदरता को बढ़ाते हैं, वहीं ये हमारे व्यक्तित्व
को भी प्रभावशाली बनाते हैं। मानव शरीर का यह अंग हमारे
जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। सुंदर दांत
वालों की हंसमुख प्रकृति और हंसता चेहरा एक प्रसन्नचित
व्यक्ति का प्रमाण है।
मानव काया के सुचारू संचालन के लिए जिस ऊर्जा और
शक्ति की हमें आवश्यकता है, वह हम भोजन से प्राप्त करते
हैं। भोजन का प्रत्येक कण हमारे शरीर को शक्ति, ऊष्मा और
स्फूर्ति प्रदान करता है। पाचन क्रिया का पहला कार्य
दांतों से ही प्रारम्भ होता है और भोजन को सुपाच्य बनाने में
इसका सर्वाधिक महत्वपूर्ण योगदान होता है।
अत: भोजन को खूब चबाकर खाना चाहिए ताकि जब
चबाया हुआ अन्न पेट में जाए तो दांतों का काम आंतों को न
करना पड़े। पूर्ण रूप से चबाकर खाने से हमारे मुंह के लार से
घुलकर अन्न का दाना बिल्कुल पिस जाता है जो पाचन
क्रिया की पहली सुचारू चेष्टा है। इससे हमारी पाचन
शक्ति ठीक रहती है और हम भोजन का शत-प्रतिशत लाभ
उठाकर स्वस्थ रहते हैं।
कुछ प्रचलित आजमाए हुए सस्ते और सुविधानुसार उपलब्ध
होने वाले सामान तथा उपायों को यहां दिया जा रहा है जिनके
पालन से दंत रोगों से बचा जा सकता है।
1 मुंह से दुर्गंध आने पर आम का दातुन नियमित करना चाहिए।
कुछ दिन के प्रयोग से मुंह से दुर्गंध आनी समाप्त हो जाएगी।
2 नौसादर, सोंठ, हल्दी और नमक को महीन पीस कर कपड़े में
छान लें। फिर सरसों के तेल में मिला कर मंजन करें। इससे
पायरिया रोग का भी नाश हो जाएगा और मुंह की सारी दुर्गंध
मिट जाएगी।
3 सरसों के तेल में नमक और नींबू का रस मिला कर मंजन
करने से भी दांतों को लाभ होता है।
4 मौलसरी के फल या बीज अथवा उसकी छाल का काढ़ा दंत
रोगों का नाश करता है।
5 नौसादर और सोंठ को बराबर भाग में लेकर बारीक पीस लें
और इसे मंजन की तरह प्रयोग करें। दांत साफ भी रहेंगे और
दांतों के दर्द से छुटकारा भी मिलेगा।
6 बादाम के छिलके को आग में जला कर खरल में कूट लें और
साफ कपड़े से छान लें। महीन छना हुआ नमक इसमें मिला कर
मंजन की तरह रोज प्रयोग करें।
7 पालक का साग पूरे मौसम में खूब खाएं। यह दांतों के लिए
बड़ा लाभकारी है।
8.तिल के तेल से दांतों को रगडऩे पर लाभ होता है।
9.मकई के पत्तों को पानी में उबालें और पानी को छान लें।
पानी थोड़ा गर्म रहे तो कुल्ला करने पर दांतों को बहुत लाभ
होता है।
10 ‘आमचूर’ को खूब महीन पीस कर हल्का गर्म कर मुंह में
लगा कर कुल्ला करें। मसूढ़ों का दर्द, सूजन आदि तुरंत दूर
होगी।
11 आम की लकड़ी जलाकर मंजन बना लें। इससे मुंह धोने से
भी दांतों को लाभ होता है।
12 फिटकरी के पानी से कुल्ला करना भी दांतों के लिए
लाभदायक है।
13 लौंग का तेल रूई के फाहे में भिगो कर दांतों पर लगाने से
दांतों का दर्द तुरंत दूर हो जाता है।
14 सोया का रस पानी में मिला कर कुल्ला करने से दांत
मजबूत और साफ होते हैं।
15 चमेली फूल की पत्ती चबाने से भी दांतों के दर्द में राहत
मिलती है।
16 अनार की पत्तियों को सुखा कर चूर्ण बना लें और फिर इसे
मंजन की तरह प्रयोग करने से दांत से खून बहना बंद
हो जाता है।
17 अमरूद और नीम की कोमल पत्तियों को चबाने से
भी दांतों को लाभ होता है।
18 नींबू का रस दांतों के लिए सदा लाभकारी है।
19 टमाटर का रस भी दांतों को स्वस्थ बनाए रखने में सहायक
होता है।
20 तुलसी के पांच अंगों (जड़, पत्ते, डंठल, फल और बीज)
को लेकर पानी में उबालें। जब आधा पानी रह जाए तो उस काढ़े
के गुनगुना रहने पर कुल्ला करें। इससे दांत के कीड़े मर जाएंगे
और मसूढ़े का दर्द समाप्त हो जाएगा।
21 तुलसी के पत्ते, लौंग और कपूर मिला कर पीस लें। फिर
इसकी छोटी-छोटी गोलियां बना लें। इन गोलियों को दांत के नीचे
दबा कर रखने से दांतों का दर्द दूर होता है और मुंह से दुर्गंध
का नाश होता है।
22 तुलसी की पत्ती और काली मिर्च पीस कर
छोटी गोलियां बना लें। यदि दांतों में दर्द हो तो उस दांत के नीचे
गोलियों को दबाने से दांत का दर्द दूर हो जाता है।
23 दांतों की बीमारियों में बबूल बड़ा लाभदायक है। बबूल
की लकड़ी को जलाकर कोयला बना लें। इसे महीन पीस कर
कपड़े से छान लें। इसे दांतों पर खूब अच्छी तरह मलें और आधे
घंटे तक कुल्ला न करें। दांतों का दर्द, दांत का हिलना,
दांतों में से खून आना, मसूढ़ों का फूलना सब दूर हो जाता है।
24 सेंधा नमक आग में जला कर बारीक पीस लें और छान कर
मंजन की तरह दांतों पर सुबह-शाम मलें। दांतों का दर्द और
कीड़े आदि नष्ट होकर दांत मजबूत हो जाते हैं।
25 प्रतिदिन दांतों पर शहद मल कर ताजे पानी से कुल्ला करें।
दांत साफ और चमकीले हो जाएंगे तथा दांतों का दर्द,
मसूढ़ों की सूजन और दांतों से खून का बहना आदि बंद
हो जाएगा।
26 रीठे के बीजों को जला कर चूर्ण बना लें और फिटकरी भून
कर बारीक पीस लें, दोनों को मिला कर मंजन की तरह दांतों पर
लगाएं। इससे हिलते दांत मजबूत हो जाएंगे तथा दांत का दर्द
दूर हो जाएगा।
27 तुलसी की पत्ती सुबह-शाम चबाने से मुंह की दुर्गंध दूर
होती है।
28 सौंफ और लौंग को मुंह में लेकर देर तक चबाते और चूसते
रहें। इससे भी मुंह की दुर्गंध मिट जाती है।
29 फिटकरी को महीन पीस कर शहद के साथ मिला कर
यदि दांतों पर मलें तो दांतों का गिरना रुक जाता है और वे
मजबूत हो जाते हैं।
30 जूही फूल को पानी में उबाल कर काढ़ा बना कर
कुल्ला करने से दांत की परेशानियां दूर होती हैं।
31 खाने का सोडा और हल्दी मिला कर दिन में तीन बार मंजन
करने से हिलते दांत मजबूत हो जाते हैं।
32 पिपली, सेंधा नमक और जीरा प्रत्येक 20-20 ग्राम लेकर
बारीक पीस कर मंजन बना लें। मंजन से सुबह-शाम दांत साफ
करने से दांतों का हिलना बंद होता है।
33 जामुन की पत्तियों को चबाने से भी हिलते दांतों में
फायदा होता है।
34 मुलेठी का दातुन करने से भी दांत रोग में लाभ होता है।
35 भुनी हुई लौंग चबाने से भी हिलते दांत की जड़ मजबूत
होती है।
36 गन्ना चूसने से दांत मजबूत होते हैं तथा हिलते
दांतों को नवजीवन मिलता है।
37 मौसम के अनुसार फलों का रस पीने से दांत निरोग रहते हैं।
हरी सब्जियों के सेवन से दांत व मसूढ़े मजबूत रहते हैं।
38 सुपारी व गुटखे का प्रयोग भूल कर भी न करें।